कवितायें जो मैं लिखता हूँ / मेरे जीवन की हैं कहानी / जो देखा-सुना इस संसार में / तस्वीरें कुछ नई, कुछ पुरानी // आएँ पढ़ें मेरी जीवन गाथा / जिसमें मैं और मेरा प्यार / आत्म-शांति अनुभूति की बातें / बेताब पाने को आपका दुलार...//
बुधवार, 4 सितंबर 2013
धरती
श्वेत, पीत, गुलाबी, नीले
रंग अनेक कुसुम सुगन्धित
धानी चुनर ओढ़े धरती
अरुण रश्मि से आलोकित
वर्षा ऋतु में किये नव सृंगार
पालिनी सब जड़-चेतन की
विस्तृत नील गगन के नीचे
सुन्दर लगती है दुल्हन जैसी
sundar varnan...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद मुकेश जी :)
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