स्वतंत्रता दिवस जिस दिन मनाते हैं,
लक्ष्मी बाई झाँसी की रानी,
मंगल पांडे, बहादुर शाह ज़फर,
वीरों की याद आती कहानी |
तात्या, नाना, बिरसा, आज़ाद,
जैसे वीर अंग्रेजों से लड़े थे,
गाँधी, नेहरू, लाल-बाल-पाल,
स्वतंत्रता पथ के पुजारी अड़े थे |
नौरोजी, गोखले, पटेल, शास्त्री,
अंग्रेजों के सम्मुख डटकर खड़े थे
सरोजिनी, महादेवी, मैथिलि, दिनकर भी
अपने स्वर और कलम ले भिडे थे |
राजगुरू, सुखदेव, भगत सिंह,
जैसे जांबाज अमर शहीदों की,
याद आती है परम कुर्बानी
बिस्मिल, खुदीराम, सुभाष की |
बलिदान हुए असंख्य वीर,
स्वतंत्रता सस्ती नहीं मिली,
लता से वीरों की गाथाएँ सुन
होता रोमांचित तन, आंखे गीली |
देशभक्ति हिलोरें मारती मन में,
स्वतंत्रता दिवस जब मानते हैं ,
संकल्प देश की स्वतंत्रता-रक्षा का
१५ अगस्त को फिर दुहरा लेते हैं |
(c) हेमंत कुमार दूबे