कवितायें जो मैं लिखता हूँ / मेरे जीवन की हैं कहानी / जो देखा-सुना इस संसार में / तस्वीरें कुछ नई, कुछ पुरानी // आएँ पढ़ें मेरी जीवन गाथा / जिसमें मैं और मेरा प्यार / आत्म-शांति अनुभूति की बातें / बेताब पाने को आपका दुलार...//
शनिवार, 12 सितंबर 2015
ख्वाहिश
अगर लिख सकते हो
तो कोई पैगाम लिख दो
जिन्दगी के कुछ पल
मेरे नाम लिख दो
जब लूँ सांस आखिर
तुम मेरे सामने रहो
इक तेरा इक खुदा
जुबान पर नाम हो...
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